मैं अब खुद भी नहीं चाहता,
की कोई अब मुझे चाहे !
दिल छोटा ना कीजिए,
जो बदल रहा हैं, उन्हें बदलने दीजिए।
और आखिर में कुछ नहीं बचा,
मेरे पास मेरे अलावा….
मैं खुद अकेला रह गया
सबका साथ देते देते
बात सच है कि,
टूटे हुए लोग हसते बहुत है..!
प्यार तो बेरोजगारी में ही होता है साहब
नौकरी देखकर तो अक्सर शादियां होती है..!
बेइंतहा शोर है मेरे अंदर और
मुझे खामोशी पसंद है…!
जो सहना सिख जाता हैं…
वो कहना छोड़ देता हैं…!!
खुद का साथ दो,
तुमसे अच्छा तुम्हारा कोई साथी नहीं.
आज का अखबार कल की रद्दी है,
ये बात अपने हुस्न को समझा देना..!!
लिपट कर मुझसे रोई तमन्नाएं मेरी,
खबर थी उनको कि अब दिल से निकाला जाएगा
शरीफ कोई नहीं होता,
सबके अपने राज होते हैं !
वहम और अहम
ले डूबता है!!
दोबारा पलट के नहीं आऊँगा
इतना गुरूर तो रखता हूँ..!!
पंसदीदा लोग
तकलीफ बहुत देते है
बिना आवाज के रोना,
रोने से ज्यादा दर्द देता है…
मेरी जगह तुम होते,
यकीं करो थक गए होते.
मुझे अच्छा नहीं लगता,
तुम्हें अच्छा लगे कोई !
बुरा सबको लगता है,
बस कुछ लोग ऐहसास नहीं होने देते
खामोशी कभी बेवजह नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लेते हैं !
खामोश रहना ही बेहतर है,
बात तो वेसे भी कोई नहीं समझता ।!!