One Line Alone Sad Shayari | वन लाइन अलोन शायरी
किसी ने कहा तुम बहुत अच्छे हो,
मैंने कहा यही तो खराबी है!
आज आईना भी बोल पड़ा,
खुश रहने का दिखावा करना छोड़ दो…
इंसान दो जगह हमेशा हार जाता है
एक अपने प्यार से एक अपने परिवार से !
सब्र करो,
अगर तुम्हारा है तो किसी और का नही होगा !!
क्यों ना थोड़ा सा जी लूं,
मैनें मर भी तो जाना है!!
हंस कर कहते हैं लोग
बातें रुलाने वाली
एक तुमसे बातें क्या बंद हुई
हम तो खामोश ही रहने लग गये |
झिझक, सिकन, तलब, बेक़रारी
सब मोहब्बत के खेल हैं |
कहने को तो बहुत सी बातें है पर
चुप रहने में ही सुकून है |
जिम्मेदारियां आपको वो बनाती है,
जो आप कभी बनना नही चाहते..
जब किस्मत और हालात खराब हो तो,
बहुत कुछ सुनना और सहना पड़ता है..
चुप रहना गुरूर नहीं,
सब्र है”.
जब कह नही पाओ तो रो लिया करो
रब सब जानता हैं..!
ठीक कुछ नहीं होता,
बस आदत सी हो जाती है….
कुछ यूँ मिली नज़र तुजसे कि,
बाक़ी सब नज़रंदाज़ हो गये..।
हम टुटे हुए लोग यूंही नहीं मुस्कराते
हम गमो से छिनकर लाते है खुशी अपनी !
एक हुनर है चुप रहने का..
एक ऐब है कह देने का..
आज कल अकेले रहने में ही
सुकून है..!!
बड़े होते होते एक बात समझ आई कि,
खामोश रहना बयाँ करने से बेहतर है…!!
अपने वो होते हैं,
जो समझते भी है और समझाते भी हैं!
किसी के उतने ही रहो
जितना वो तुम्हारा हैं…!
एक अजीब सी कैफ़ियत है उसके बगैर रह भी लेते हैं,
रहा भी नहीं जाता..
खामोश रहना ही बेहतर है,
बात तो वेसे भी कोई नहीं समझता ।!!
खामोशी कभी बेवजह नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लेते हैं !
बुरा सबको लगता है,
बस कुछ लोग ऐहसास नहीं होने देते
मेरी जगह तुम होते,
यकीं करो थक गए होते.
बिना आवाज के रोना,
रोने से ज्यादा दर्द देता है…
पंसदीदा लोग
तकलीफ बहुत देते है
दोबारा पलट के नहीं आऊँगा
इतना गुरूर तो रखता हूँ..!!
शरीफ कोई नहीं होता,
सबके अपने राज होते हैं !
खुद का साथ दो,
तुमसे अच्छा तुम्हारा कोई साथी नहीं.
जो सहना सिख जाता हैं…
वो कहना छोड़ देता हैं…!!
बेइंतहा शोर है मेरे अंदर और
मुझे खामोशी पसंद है…!
बात सच है कि,
टूटे हुए लोग हसते बहुत है..!
मैं खुद अकेला रह गया
सबका साथ देते देते
और आखिर में कुछ नहीं बचा,
मेरे पास मेरे अलावा….
मैं अब खुद भी नहीं चाहता,
की कोई अब मुझे चाहे !
बिछड़कर क्या लौटेंगे वो
साथ होकर हमारे नहीं थे जो..
जिस दिन समझोगे,
उस दिन ढूंढोगे !
थोड़े नासमज थोड़े नादान है हम,
पर जैसे भी है सिर्फ तुम्हारे है हम !
इज्जत, भरोसा, मोहब्बत और दुआ
कितने लफ्जों में सिमटे हो बस एक तुम
गुनाह समझो या इश्क़….
जो भी था बस एक ही था ।।
सब खफ़ा है मेरे लहजे से,
पर मेरे हाल से कोई वाकिफ़ नहीं!!!.
लम्हों की खताए…
लफ्ज़ो में क्या बताए….
बोझ बन जाने से,
याद बन जाना बेहतर है ।।
वक्त वक्त की बात है कल जो रंग थे,
आज दाग हो गए
परवाह मत करो जमाने की,
इसकी तो आदत ही है सताने की..!
आज आइना भी ये सवाल कर बेठा ?
किसके लिए तू अपना ये हाल कर बेठा…।
बदलना कौन चाहता है
लोग मजबूर कर देते हैं!
मैं अगर सब जैसा होता,
यकीन करो इतना परेशान ना होता !
जिन्हें बात करने का सलीका होता है,
उन्हें खामोशिया ज्यादा पसंद होती हैं।
जब लोगों का मन भर जाता है,
बात करने का तरीक़ा बदल जाता है।
हम तेरी मजबूरी समझते-समझते
तेरी असलियत समझ गए”
तेरी खुशी ज़रूरी है
हमारा बात करना नहीं
झिझक, सिकन, तलब, बेक़रारी
सब मोहब्बत के खेल हैं |
कहने को तो बहुत सी बातें है पर
चुप रहने में ही सुकून है |
जिम्मेदारियां आपको वो बनाती है,
जो आप कभी बनना नही चाहते..
जब किस्मत और हालात खराब हो तो,
बहुत कुछ सुनना और सहना पड़ता है..
चुप रहना गुरूर नहीं,
सब्र है”.
जब कह नही पाओ तो रो लिया करो
रब सब जानता हैं..!
ठीक कुछ नहीं होता,
बस आदत सी हो जाती है….
कुछ यूँ मिली नज़र तुजसे कि,
बाक़ी सब नज़रंदाज़ हो गये..।
हम टुटे हुए लोग यूंही नहीं मुस्कराते
हम गमो से छिनकर लाते है खुशी अपनी !
एक हुनर है चुप रहने का..
एक ऐब है कह देने का..
आज कल अकेले रहने में ही
सुकून है..!!
बड़े होते होते एक बात समझ आई कि,
खामोश रहना बयाँ करने से बेहतर है…!!
अपने वो होते हैं,
जो समझते भी है और समझाते भी हैं!
किसी के उतने ही रहो
जितना वो तुम्हारा हैं…!
एक अजीब सी कैफ़ियत है उसके बगैर रह भी लेते हैं,
रहा भी नहीं जाता..
खामोश रहना ही बेहतर है,
बात तो वेसे भी कोई नहीं समझता ।!!
खामोशी कभी बेवजह नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लेते हैं !
बुरा सबको लगता है,
बस कुछ लोग ऐहसास नहीं होने देते
मेरी जगह तुम होते,
यकीं करो थक गए होते.
बिना आवाज के रोना,
रोने से ज्यादा दर्द देता है…
पंसदीदा लोग
तकलीफ बहुत देते है
दोबारा पलट के नहीं आऊँगा
इतना गुरूर तो रखता हूँ..!!
शरीफ कोई नहीं होता,
सबके अपने राज होते हैं !
खुद का साथ दो,
तुमसे अच्छा तुम्हारा कोई साथी नहीं.
जो सहना सिख जाता हैं…
वो कहना छोड़ देता हैं…!!
बेइंतहा शोर है मेरे अंदर और
मुझे खामोशी पसंद है…!
बात सच है कि,
टूटे हुए लोग हसते बहुत है..!
मैं खुद अकेला रह गया
सबका साथ देते देते
और आखिर में कुछ नहीं बचा,
मेरे पास मेरे अलावा….
मैं अब खुद भी नहीं चाहता,
की कोई अब मुझे चाहे !
बिछड़कर क्या लौटेंगे वो
साथ होकर हमारे नहीं थे जो..
जिस दिन समझोगे,
उस दिन ढूंढोगे !
थोड़े नासमज थोड़े नादान है हम,
पर जैसे भी है सिर्फ तुम्हारे है हम !
इज्जत, भरोसा, मोहब्बत और दुआ
कितने लफ्जों में सिमटे हो बस एक तुम
गुनाह समझो या इश्क़….
जो भी था बस एक ही था ।।
सब खफ़ा है मेरे लहजे से,
पर मेरे हाल से कोई वाकिफ़ नहीं!!!.
लम्हों की खताए…
लफ्ज़ो में क्या बताए….
बोझ बन जाने से,
याद बन जाना बेहतर है ।।
वक्त वक्त की बात है कल जो रंग थे,
आज दाग हो गए
परवाह मत करो जमाने की,
इसकी तो आदत ही है सताने की..!
आज आइना भी ये सवाल कर बेठा ?
किसके लिए तू अपना ये हाल कर बेठा…।
बदलना कौन चाहता है
लोग मजबूर कर देते हैं!
मैं अगर सब जैसा होता,
यकीन करो इतना परेशान ना होता !
जिन्हें बात करने का सलीका होता है,
उन्हें खामोशिया ज्यादा पसंद होती हैं।
जब लोगों का मन भर जाता है,
बात करने का तरीक़ा बदल जाता है।
हम तेरी मजबूरी समझते-समझते
तेरी असलियत समझ गए”
तेरी खुशी ज़रूरी है
हमारा बात करना नहीं
One Line True Love Shayari in Hindi | वन लाइन शायरी
तुम्हें पसंद करने वाले लोग,
मुझे बिल्कुल पसंद नहीं .. !
रिश्ता वहीं कायम रहता है जिसमें,
दोनों एक-दूसरे को खोने से डरते हो।
बस करीब इतना रहना है की,
बात न हो तो भी दूरी न लगे.!
हर कोई आपको नही समझेगा,
यही जिंदगी है..!
मोहब्बत का पता नही बस लगाव सा हैं,
जो भी कह लो बेहिसाब सा हैं..!
हर किसी के बस में नही होता,
किसी एक के लिए वफादार होना।
तकलीफ हमेशा उन्हें बताओ
जो समझने के काबिल हो |
शिकायते तो बहोत हैं तुझसे
लेकीन छोडो प्यार से ज्यादा नहीं।
करीब उसके रहो,
जो तुमसे दुर ना रह सके..!
मैं तब भी तेरा ही रहूंगा
जब मैं नहीं रहूंगा..!
मेरे लिए
तुम काफ़ी हो
हर परेशानी में सबसे पहले,
तुमसे बात करने को दिल करता है |
मेरे हर पल में तेरी ही यादें मौजूद रहती है
मुझमे अब मैं कम और तू ज्यादा रहती है..!!
जरा सा इश्क जताना भी सिख लो,
अगर इश्क है तो बताना भी सिख लो !
ढेर सारी तस्वीरें तो नहीं तेरे साथ पर,
मैंने हर ख्वाब में तुझे ही देखा हैं |
हमने भी एक ऐसे इंसान को चाहा जिसे,
भूलना हमारे बस में नहीं और पाना किस्मत में नहीं..!
मुझे तो सिर्फ तु चाहिए,
ना तेरे जैसा ना तुझसे बेहतर..!
बात करने के लिए बहुत सारे लोग हैं,
पर इंतजार बस तुम्हारा ही रहता है..!
तेरे साथ को तरसे, तेरी बात को तरसे
तेरे हो कर भी तेरी एक मुलाकात को तरसे
One Line Attitude Shayari | एट्टियूड शायरियाँ इन वन लाइन
अपनी एन्ट्री शेर जैसी
शोर कम खौफ ज्यादा…
अकेला जरूर चलता हू
पर खुद के दम पर चलता हूं!
हम बात ख़त्म नहीं करते
कहानी ख़त्म करते हैं !
मुकाम मौत है तो
थोड़ा ठाठ से चलेंगे
सोने के जेवर और हमारे तेवर
लोगो को बहुत महंगे पड़ते हैं।
वक़्त तुम्हारा है
उड़ लो हमारा आने दो उड़ा देंगे
मुझे नीचा दिखाने के लिए
आपकी भी कोई औकात होनी चाहिए!
यें मत सोचो की भूल गया होगा नाम,
चेहरे और औकात सबकी याद है !
नाम नही लूँगा मगर
बदला जरूर लूँगा..!
माना की अकेला हूँ पर
अकेला ही काफी हूँ
औकात तो कुत्तों की होती है
हमारी हैसियत है
नाम नहीं लूंगा,
मगर बदला जरूर लूंगा !
अंजाम चाहे जो भी हो
पर खेल तो अब बड़ा ही खेलेंगे
बेटा झेल ना पाओगे
मैं वो बला हूँ..!
वो तो वक्त था जो बित गया
अब हम खेलेंगे और दुनिया देखेंगी..!
माहोल का क्या है
जब हम चाहे तब बदल देंगे !
दुनिया की भीड़ हो तुम्हें मुबारक
हम अपना रास्ता खुद बनाते हैं
Attitude तो बच्चे दिखाते हैं
हम तो लोगों को उनकी औकात दिखाते हैं।
हम डर के नही
सब कुछ कर के बैठे हैं
तुमने पूछा था ना कैसा हूं मैं,
कभी भूल न पाओगे ऐसा हूं मैं।
पसंद आया तो दिल में,
नही तो दिमाग में भी नहीं।
जहां तुम्हारी पहचान है
वहां हमारा नाम ही काफी है।
चाहने वालों की दुआ और
जलने वालों का शुक्रिया
हम हम हैं जनाब फिर आप कोई भी हो
हमे घंटा फर्क नही पड़ता
One Line Flirting Shayari | फ्लर्टिंग शायरी
तुम इज्ज़त करना तो सीखो
प्यार अपने आप हो जाएगा
किसी को चाहो तो इस कदर चाहो की,
जब भी उसे प्यार मिले बस तुम ही याद आओ..
तुम्हारा नाम Boro plus रख दूँ क्या,
तुम्हारे बिना ज़िन्दगी रूखी रूखी सी लगती है..!
कभी कभी किसी से ऐसा रिश्ता बन जाता है
हर चीज से पहले उसी का ख्याल आता है
एक मन पसंद शख्स की कमी
दुनिया के सारे लोग पुरी नही कर सकते…
इश्क़ आज भी
सादगी और मर्यादा में शोभा देता है…!!
तुम सुकून हो मेरा और सच कहूं
तो तुम ही सर दर्द भी हो
खर्च कर दिया है खुद को पूरा तुम पर और
तुम अब भी कहते हो की हिसाब अधूरा है..!
करते होंगे लोग चेहरा देखकर मोहब्बत की
मैने तो तेरी गुस्सैल आंखों पर दिल हारा है..!
सारी बगावतें कबूल है तेरी,
बस मेरी मोहब्बत में कभी मिलावट न करना
वैसे मुझसे सुनी नहीं जाती किसी की बातें खैर
आपकी बात अलग है..!
इश्क ना सही, फिक्र है,
तु ना सही, तेरा ज़िक्र है.
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती है
जब वो मुस्कुराकर पूछता है नाराज हो क्या…!
सारी बगावतें कबूल है तेरी,
बस मेरी मोहब्बत में कभी मिलावट न करना
इश्क ना सही, फिक्र है,
तु ना सही, तेरा ज़िक्र है.
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती है
जब वो मुस्कुराकर पूछता है नाराज हो क्या…!.
तुम हमेशा मेरे लिए खास रहोगे,
फिर चाहे हमारी बात हो या ना हो..!
मोहब्बत का पता नही बस लगाव सा हैं,
जो भी कह लो बेहिसाब सा हैं..!
इश्क हो रहा हैं तुमसे क्या किया जाए,
रोके अपने आप को या होने दिया जाए….!!
बड़ी महँगी दौलत हो तुम मेरी और
इसे उम्र भर संभाल कर रखना चाहती हूँ मैं
कोई मांगी हुई मन्नत नहीं,
नसीब वाला इश्क़ हो तुम … !